क्या आप जानते है अस्तगफार की ताकत
अस-सलामो अलयकुम हजरत आज हम फिर आपके लिए कुछ नया लाए है। आज की पोस्ट Kya Aap Jante Hai Astaghfar ki Takat मे आप को हम बताएंगे की अस्तगफार पढ़ने से क्या क्या फाजिलाते मिलती है। क्या क्या सवाब मिलता है। क्या क्या होता है अस्तगफार पढ़ने से।
अस्तगफार यानि हम तौबा करने के बारे में बात करने वाले है मतलब की अस्तगफिरुल्लाह के बारे में। जी हा अस्तगफिरुल्लाह की फजीलत तरीका और भी बोहोत कुछ नीचे जानेंगे
अल्लाह पाक को सबसे ज्यादा उसके बंदे का तौबा करना पसंद है। जब जब एक जवान मर्द या औरत तौबा किया करते है। तो कब्रास्तन के मरहुमो के एक दिन के गुनाह माफ कर दिए जाते है। सुभान अल्लाह
अल्लाह पाक को उसके बंदे का माफी मांगना बेहद पसंद है। खासकर तब जब वे जवानी के अलमं मे हो। एक बूढ़े का तौबा करना इसलिए भी मतलब का नहीं क्यू की सारी जवानी गुनाह की ये फिर मौत के करीब आगे तौबा किया।
पर जवानी मे तौबा तो ऐसा है की ज़िंदगी भर अल्लाह की इबादत। इसलिए अल्लाह को जवानों का तौबा पसंद नहीं। पर हमारा ये बोलना नहीं है प्यारे इस्लामी भाइयों की तौबा बुढ़ापे मे करने वालों का काम का नहीं। बस ज़िंदगी मे हमेशा अल्लाह की राह पर चलने मे देरी ना किया करो
तौबा को लेके हमारे नबी करीम (ﷺ)
नबी पाक (ﷺ) फरमाते है:
- जब एक नौजवान इंसान तौबा करे तो उसके चेहरे का नूर बढ़ा दिया जाता है।
- जब एक नौजवान इंसान तौबा करे उसके गम हटा दिए जाते है।
- जब एक नौजवान इंसान तौबा करे तो उसकी तंगी खत्म कर दी जाती है।
- जब एक नौजवान इंसान तौबा करे अल्लाह ताला ऐसी जगह से उसे रिस्क दे दिया कर्ता है। जहा उसने उम्मीद लगाने का सोचा भी नही था।
क्या है अस्तगफिरुल्लाह की दुआ
अस्तगफिरुल्लाह रब्बी मीन कुल्ली ज़ंबबिव वतूबू इलैह”
तर्जुमा :– मैं हर गुनाह से माफी मांगता हूं तेरी बारगाह में। अल्लाह पाक! और तेरी बारगाह के तौबा करता हु मालिक।
अस्तगफिरुल्लाह की फजीलत
- जो इंसान रात में अस्तगफिरुल्लाह पढ़कर रोजाना सो जाता है और इंशा अल्लाह अगर उसकी मौत हो गई तो वो पक्का जन्नती है। सुभान अल्लाह
- जो इंसान अस्तगफिरुल्लाह नमाज के बाद पढ़ता है उसके है गुनाह माफ कर दिए जाते है। सुभान अल्लाह
- जो इंसान अल्लाह के सामने अस्तगफार करता है उस पर अल्लाह पाक तंगी कभी नही आने देता है। सुभान अल्लाह
- अस्तगफार पढ़ने वाला अल्लाह पाक कें पकड़ दूर रहता है।
- जो इंसान रोजाना अस्तगफार पढ़ता है उसके लिए रहेमत के दरवाजे खोल दिए जाते है।
- जो इंसान अस्तगफार करे और उस पर अमल करे तो अल्लाह उसको कोई चीज की कमी नहीं होने देता। सुभान अल्लाह
- जो इंसान अस्तगफार करे अल्लाह पाक उसके अच्छी नस्लों और औलादों से नवजता है। सुभान अल्लाह
- जो इंसान रोजाना अस्तगफार पढ़ता है अल्लाह उसके कोई दुआ को रद कभी भी नहीं करता है।