6 छोटी मगर ताखतवर दुआए
अस-सलामों अलयकुम हजरत आज हम फिर आए है आपके लिए बेहतरीन पोस्ट लेके जिसका नाम 6 Choti Magar Takatwar Duae है। इसमे हम उस दुआओ के बारे मे जानेंगे जो है तो छोटी मगर बोहोत ताकतवर है।
दुआ अल्लाह पाक ने हमारे लिए जरिया बनाया है अल्लाह पाक से मांगने का। और हर इंसान को अल्लाह पाक ने दुआ करने का हक अता किया है। वही हक है जो हम से कोई छीन नही सकता।
अल्लाह पाक का फरमान है की मैं मेरे बंदों को दुआ मांगने की सहूलियत देता हु मेरा बंदा जो। मुझे रो रो कर तड़प तड़प कर मांगता है। मैं उसे अता करता हु इसलिए उसने कुरान के साथ ऐसी दुआ भेजी है या हमारे नबियों ने बताई है। जिस से अल्लाह पाक अपने बंदे की दुआ जल्दी सुनता है।
1: अपनी सारी जरूरतों की दुआ
दुआ : रब्बी इन्नी लीमा अंजलता इलैया मीन खैरिन फ़कीर
ये दुआ अपनी जरूरतो पूरी करने के लिए है। जो भी जरूरत है किसी के आगे मत झुको मेरे प्यारे इस्लामी भाइयों। आल्हा पाक से मांगों वो तुम्हारे बेहतरी मे होंगा तो जरूर अता करेंगे इंशा अल्लाह।
नमाज के बाद अगर रो कर दुआ कर ली जाए तो वो सारी जरूरतों के चीज से नवाज देता है। वो बादशाह है मालिक है हमारा। उसने पैदा होने से पहेले ही हर चीज भी मुकर्रार करदी है।
वो चाहे तो भूखा सुला दे या भूखे पेट नींद तक न नसीब करे। वो चाहे तो अमीरी या गरीबी अपने बंदे को दे दे। उसके हाथ में रिस्क है। वो सबको उसकी खौरियत के हिसाब से आता करता है।
वो हर चीज उसकी मरजी से आता करता है। और बात सिर्फ इतनी है मेरे इस्लामी भाइयों की उसको तुम्हारी फिकर है। नाइंसाफी उसके दर पर किसी के साथ कभी नहीं होती वो तुम्हारे बेहतरी मे सब कुछ करता है।
2: जन्नत में घर की दुआ
दुआ : रब्बीनी ली इंदका बएतन फिल जन्नाह
हर इंसान की आखरी मंजिल कब्र और उसके बाद जन्नत या जहानम है। और आदम निकाले भी जन्नत से थे। अब अल्लाह ने हमे दुनिया में इबादत के लिए पैदा किया है। और इबादतों में दुआए भी शामिल है। वही आखरी हमारी मंजिल है।
अब जन्नत में जाने के लिए भी हमारे नबी ने एक दुआ बताई है। और नबी (ﷺ) की बताई हुए बात गलत होना नामुमकिन है, और अल्लाह फरमाता है, जिसने मेरे नबी पर शक किया उसने मेरे पर शक किया
3: मां और बाप के लिए दुआ
दुआ: रब्बीर–हम–हुमा कमा रब–बयानी सघिरा
अल्लाह पाक ने मां के कदमों में जन्नत और बाप को उसका दरवाजा बताया है। और मां बाप सबको प्यारे है। एक उमर तक फिर कई इंसान भूल भी जाते है। पर वक्त किसी का गुलाम नहीं है प्यारे इस्लामी भाइयों वो वही लौटता है जहा से चला था।,
अपने म बाप के लिए दुआ किया करो क्योंकि तुम्हारे बच्चे भी तुम्हें वैसे ही करेंगे जो तुम अपने म बाप के साथ करोंगे इसलिए नबी पाक ने ये दुआ बताई है। जिससे हम अपने म बाप के लिए दुआ कर सकते है।
4 दुनिया और आगे की मगफिरत की दुआ।
दुआ: रब्बाना आतयना फिद्दुनिया हसनतन वफील आखिरती हसनतन वकीना अजाबन्नार
हमारे गुनाह इतने हो गए है की हिसाब करने बैठो तो किताबे भर जाए। पर वो तो रहीम है माफ करते करते नही थकता। और हमारी एक अच्छाई में भी सारे गुनाह माफ करता है। इसलिए उसे रहमान रहीम भी कहा गया है।
नबी पाक ने गुनाह और मगफिरत के लिए भी दुआ बताई है। इसे पढ़ा करो। और तौबा भी किया करो बेशक अल्लाह पाक तौबा करने वालों के साथ है। और इतना रहीं है की ज़िंदगी भर के गुनाह एक अच्छाई पर माफ भी करता है।
5: अपनी तबियत के लिए दुआ
दुआ: वइजा मरिद्तु फ़हुवा यशफीन
हर इंसान को उसकी तबीयत ठीक चाहिए। हर इंसान अपनी जिंदगी मे तरो ताजा और खुश रहेना चाहता है।
हर वक्त हम दुआ करते है की या अल्लाह बीमारी से बचा। नबी पाक ने हमे बीमारी से बचने के लिए भी दुआ बताई है।
इस दुआ को पढ़ने से हमे तकलीफ और बीमारी जैसी चीजों से राहत मिलेंगी। और ये उन लोगों के लिए भी है जो अक्सर बीमार होते रहते है। तो नबी पाक फरमाते है। हर चीज का इलाज दुआओ मे है। दुआ करते रहा करो।
6: अपना इल्म बढ़ाने की दुआ
दुआ: रब्बी जिदनी इल्मा
इल्म ये इंसान की सबसे बड़ी ताकत है। जिंदा तो जानवरो को भी रखता है अल्लाह पाक पर क्यों हम सबसे अलग है। क्यों की हमारे पास इल्म की ताकत है। अल्लाह पाक ने हमे इल्म की दौलत आता की। जी हा इल्म एक दौलत है जो अल्लाह पाक ने हमे दी हैं। इल्म वाले बोहोत आगे बढ़ते है।
नबी (ﷺ) ने हमे इल्म बढ़ाने के लिए भी दुआ बताई है। हमे अपना इल्म बढ़ाते रहना चाहिए चाहे वो दिन का हो या दुनिया का।